आजकल की तेज़-तर्रार ज़िंदगी में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, और थायरॉयड उनमें से एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है। कई लोग इसके नाम से तो वाकिफ होते हैं, लेकिन असल में यह क्या होता है, इसके लक्षण क्या हैं, और इसे कैसे कंट्रोल किया जा सकता है — इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती।
थायरॉयड क्या है?
थायरॉयड ग्रंथि मुख्य रूप से दो हार्मोन्स बनाती है:
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T3 (Triiodothyronine)
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T4 (Thyroxine)
ये हार्मोन्स शरीर के मेटाबोलिज्म यानी ऊर्जा के उपयोग, तापमान नियंत्रण, हृदय गति, पाचन और मानसिक गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं।
थायरॉयड से जुड़ी आम समस्याएं
थायरॉयड से संबंधित मुख्यतः दो प्रकार की समस्याएं होती हैं:
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हाइपोथायरॉयडिज्म (Hypothyroidism)
जब थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बनाती, तो यह स्थिति होती है।
लक्षण:
- थकान महसूस होना
- वजन बढ़ना
- ठंड लगना
- त्वचा का रूखा हो जाना
- डिप्रेशन या मन उदास रहना
- पीरियड्स में अनियमितता
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हाइपरथायरॉयडिज्म (Hyperthyroidism)
जब थायरॉयड ग्रंथि ज़रूरत से ज़्यादा हार्मोन बनाती है।
लक्षण:
- तेजी से वजन घटना
- तेज़ धड़कन (heart palpitations)
- घबराहट
- पसीना आना
- नींद न आना
थायरॉयड के कारण
थायरॉयड की समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं, जैसे:
- आयोडीन की कमी
- ऑटोइम्यून रोग (जैसे Hashimoto’s या Graves’ disease)
- गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव
- अधिक तनाव
- अनुवांशिकता (Genetics)
थायरॉयड की जाँच कैसे होती है?
थायरॉयड की पुष्टि के लिए ब्लड टेस्ट किए जाते हैं, जिनमें मुख्यतः निम्नलिखित शामिल होते हैं:
- TSH (Thyroid Stimulating Hormone)
- T3 और T4 स्तर
- Anti-TPO antibodies (ऑटोइम्यून थायरॉयड की जांच के लिए)
लाइफस्टाइल टिप्स
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संतुलित आहार लें, खासकर आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग करें
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योग और ध्यान से तनाव कम करें
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समय-समय पर थायरॉयड की जांच कराएं
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डॉक्टर की सलाह से ही दवाएं लें और खुद से बंद न करें
निष्कर्ष
थायरॉयड की समस्या आम जरूर है, लेकिन इसका इलाज भी उपलब्ध है। अगर आप इसके लक्षण महसूस करते हैं तो समय रहते डॉक्टर से संपर्क करें। सही जानकारी और जीवनशैली में बदलाव से इस पर काबू पाया जा सकता है।
आपका स्वास्थ्य, आपकी जिम्मेदारी है। जागरूक रहें और स्वस्थ जीवन जिएं।