बच्चों में बार-बार सर्दी और खांसी: कारण, लक्षण और घरेलू उपचार
छोटे बच्चों में बार-बार सर्दी, खांसी या बुखार होना आम बात लगती है, लेकिन कई बार यह शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) के कमजोर होने का संकेत भी हो सकता है। बदलते मौसम, स्कूल का वातावरण, धूल-मिट्टी या संक्रमित वस्तुओं से यह समस्या और बढ़ जाती है।

बच्चों में बार-बार सर्दी और खांसी होने के प्रमुख कारण
-
कमजोर इम्यून सिस्टम
-
मौसम में बदलाव (खासकर गर्मी से ठंड या ठंड से गर्मी में)
-
धूल, धुआं और प्रदूषण
-
ठंडे पेय या आइसक्रीम का अधिक सेवन
-
स्कूल या डे-केयर में संक्रमण का फैलना
-
एलर्जी या साइनस की समस्या
लक्षण जिन पर ध्यान देना चाहिए
-
बार-बार छींक आना या नाक बंद रहना
-
गले में खराश या सूजन
-
लगातार खांसी, खासकर रात में
-
हल्का बुखार या थकान महसूस होना
-
सांस लेने में घरघराहट (कभी-कभी अस्थमा जैसी स्थिति)
बच्चों के लिए घरेलू उपाय
-
गर्म पानी से गरारा करवाएं – गले की सूजन कम होती है।
-
तुलसी और शहद का सेवन – प्राकृतिक रूप से इम्यूनिटी बढ़ाता है।
-
भाप लेना (Steam Inhalation) – नाक बंद और कफ कम करता है।
-
हल्दी वाला दूध – शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
-
भरपूर नींद और पौष्टिक आहार – शरीर की रिकवरी तेज़ होती है।
कब डॉक्टर से संपर्क करें
अगर बच्चे को तेज़ बुखार, सांस लेने में दिक्कत, कान में दर्द या खांसी 10 दिनों से ज़्यादा रहे, तो तुरंत किसी योग्य बाल रोग विशेषज्ञ (Paediatrician) से संपर्क करें।
बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सुझाव
-
ताज़े फल, सब्जियाँ और सूखे मेवे रोज़ाना आहार में शामिल करें।
-
बाहर का जंक फूड और ठंडे पेय कम करें।
-
रोज़ाना थोड़ा व्यायाम या आउटडोर एक्टिविटी ज़रूर करवाएं।
-
समय पर टीकाकरण (Vaccination) कराना न भूलें।
निष्कर्ष
बच्चों की सेहत का ध्यान रखना केवल इलाज से नहीं, बल्कि सही दिनचर्या और खानपान से भी संभव है। बार-बार होने वाली सर्दी और खांसी से बचने के लिए उनकी इम्यूनिटी मजबूत बनाना सबसे ज़रूरी है। स्वस्थ बच्चा ही परिवार की सबसे बड़ी खुशी है — इसलिए ज़रूरी है कि हर छोटे लक्षण को गंभीरता से लिया जाए।

