हमारा पाचन तंत्र भोजन को तोड़ने, पोषक तत्वों को अवशोषित करने और अपशिष्ट को बाहर निकालने का महत्वपूर्ण कार्य करता है। लेकिन जब इसमें कोई समस्या आती है—जैसे अल्सर, पथरी, हर्निया, या कैंसर—तब सर्जरी आवश्यक हो जाती है।
पाचन तंत्र की सर्जरी क्या होती है?
इस सर्जरी के अंतर्गत निम्नलिखित अंगों पर ऑपरेशन किया जाता है:
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इसोफेगस (भोजन नली)
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आमाशय (स्टमक)
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छोटी और बड़ी आंत
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यकृत (लीवर)
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अग्न्याशय (पैंक्रियास)
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पित्ताशय (गॉलब्लैडर)
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अपेंडिक्स
इन समस्याओं के लिए सर्जरी की जाती है:
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पित्त की पथरी
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अपेंडिक्स की सूजन (Appendicitis)
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हर्निया
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बवासीर या फिशर
- आंतों का कैंसर
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क्रोन्स डिजीज
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तेज एसिडिटी या GERD
पाचन तंत्र की सर्जरी के प्रकार
- लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (मिनिमली इनवेसिव)
छोटे चीरे, कम दर्द और जल्दी ठीक होने वाला तरीका - ओपन सर्जरी
गंभीर या जटिल मामलों में उपयोग किया जाता है - एंडोस्कोपिक प्रक्रिया
ट्यूब के जरिए कैमरा डालकर जांच या ट्रीटमेंट किया जाता है।
सर्जरी के बाद देखभाल
सर्जरी के बाद की देखभाल में शामिल हैं:
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दर्द प्रबंधन
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हल्का व विशेष भोजन
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घाव की सफाई
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नियमित फॉलो-अप
सही देखरेख से ज़्यादातर मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं।
निष्कर्ष
पाचन तंत्र की सर्जरी भले ही डरावनी लगे, लेकिन यह दर्द से राहत देती है, जीवन बचा सकती है और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है। आजकल की आधुनिक तकनीकों और अनुभवी सर्जनों की मदद से यह सर्जरी पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित और प्रभावी है।