दांत दर्द (Toothache): कारण, लक्षण, इलाज और बचाव
दांत दर्द एक आम लेकिन बहुत तकलीफ देने वाली समस्या है। यह कभी-कभी हल्का होता है, तो कभी इतना तेज़ कि नींद तक उड़ जाती है। ज़्यादातर मामलों में इसका कारण कैविटी, इंफेक्शन या मसूड़ों की बीमारी होती है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है।

दांत दर्द के लक्षण
- दांत में लगातार या रुक-रुक कर दर्द रहना
- ठंडा या गर्म खाने पर चुभन होना
- मसूड़ों या गाल में सूजन आना
- सिर या कान तक दर्द फैलना
- खाना चबाने में परेशानी होना
दांत दर्द के कारण
- दांतों में कैविटी या सड़न होना
- ब्रश और फ्लॉस ठीक से न करना
- ज़्यादा मीठा या ठंडा खाना
- मसूड़ों में संक्रमण (पायरिया)
- टूटा हुआ दांत या ढीली फिलिंग
डेंटिस्ट को कब दिखाएं
अगर दांत का दर्द दो दिन से ज़्यादा बना रहता है, सूजन बढ़ रही है, या रात में दर्द से नींद नहीं आती — तो तुरंत डेंटिस्ट को दिखाना चाहिए। देर करने पर इंफेक्शन बढ़ सकता है और रूट कैनाल या एक्सट्रैक्शन जैसे इलाज की ज़रूरत पड़ सकती है।
दांत दर्द का इलाज
डेंटिस्ट पहले दर्द के कारण का पता लगाते हैं।
अगर कैविटी है तो फिलिंग की जाती है।
संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक और दर्द की दवा दी जाती है।
अगर दांत का नर्व डैमेज है तो रूट कैनाल किया जाता है।
कुछ मामलों में दांत निकालना भी ज़रूरी हो सकता है।
दांत दर्द से बचाव के उपाय
- रोज़ाना दिन में दो बार ब्रश करें (सुबह और रात)
- हर तीन महीने में ब्रश बदलें
- फ्लॉस का उपयोग करें ताकि खाना दांतों के बीच न फंसे
- मीठे और ठंडे खाद्य पदार्थों से परहेज़ करें
- हर 6 महीने में डेंटल चेकअप ज़रूर कराएं
स्वस्थ मुस्कान के लिए सुझाव
अपने दांतों की नियमित देखभाल ही दांत दर्द से बचने का सबसे आसान उपाय है।
स्वच्छ दांत और मजबूत मसूड़े ही आपकी आत्मविश्वासी मुस्कान का असली राज़ हैं।

