क्या आपने कभी सोचा है कि एक छोटा-सा पोषक तत्व आपकी आंखों की रोशनी, प्रतिरक्षा प्रणाली और बच्चों की संपूर्ण वृद्धि में कितनी बड़ी भूमिका निभाता है? यह पोषक तत्व है विटामिन A — जो न केवल शरीर के लिए आवश्यक है, बल्कि स्वस्थ जीवन की नींव भी है।
विटामिन A की कमी — एक अदृश्य संकट
भारत में लाखों बच्चे और महिलाएं विटामिन A की कमी से पीड़ित हैं, लेकिन दुखद बात यह है कि अधिकतर लोग इसके बारे में जानते ही नहीं। इसकी कमी से बच्चों में रतौंधी (नाइट ब्लाइंडनेस), संक्रमणों का खतरा, और विकास में बाधा जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। कुछ मामलों में तो यह स्थायी अंधत्व या मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
क्यों जरूरी है विटामिन A?
विटामिन A शरीर में कई ज़रूरी कार्यों में मदद करता है:
- आंखों की रोशनी को बनाए रखता है
- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है
- त्वचा और कोशिकाओं के स्वस्थ विकास में सहायक होता है
- बच्चों की सामान्य वृद्धि और हड्डियों के विकास के लिए जरूरी है
कैसे पहचानें इसकी कमी?
- रात में ठीक से न दिखना (रतौंधी)
- सूखी और बेजान त्वचा
- बार-बार संक्रमण होना
- आंखों में सूखापन या जलन
- बच्चों में सामान्य से धीमी वृद्धि
समाधान है आसान — ज़रूरत है जागरूकता की
हमारा उद्देश्य है कि हर बच्चा, हर व्यक्ति ‘Shine Bright’ करे — यानि स्वस्थ, उज्जवल और सुरक्षित जीवन जिए। इसके लिए जरूरी है कि हम सभी मिलकर इस अदृश्य संकट के खिलाफ आवाज़ उठाएं और समाधान को अपनाएं।
क्या करें?
विटामिन A युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें जैसे:
अब समय है जागरूक होने का!
- हरी पत्तेदार सब्ज़ियां (पालक, मेथी)
- गाजर, शकरकंद, आम, कद्दू
- दूध, घी, अंडा, मछली
6 महीने से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन A सप्लीमेंट ज़रूर दिलवाएं (सरकारी टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत उपलब्ध)
गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार के साथ सही सलाह और निगरानी
विटामिन A की कमी को नज़रअंदाज़ न करें। यह कोई छोटा मामला नहीं है। एक छोटे से बदलाव से हम बड़ी बीमारियों को रोक सकते हैं और एक सम्पूर्ण, स्वस्थ भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
हमारा संकल्प है — हर बच्चे की आंखों में हो रोशनी, हर जीवन में हो उजास।
तो आइए, मिलकर कहें – “विटामिन A की कमी को ना, और सेहतमंद भविष्य को हां!”